अनुमानित पाठ्यचर्या
विभाजन और समय निर्धारण
Tentative Syllabus
Distribution and Time Schedule
यह पाठ्यचर्या विभाजन
एवम् समय निर्धारण अंतिम नहीं है और न ही किसी परिक्षण के उपरांत निष्कर्ष स्वरूप
है। यह लेख सन्दर्भ हेतु है।
पाठ्यचर्या विभाजन (Division of Syllabus)
पाठ्यचर्या विभाजन एक
गतिशील एवम् लचीला ढांचा है। इसका स्वरूप और प्रकृति परिवर्तनशील होती है। इसका
प्रासंगिक एवम् साध्य होना अनिवार्य है। अन्यथा यह प्रक्रिया निरर्थक है। शिक्षक
के लिए यह एक मार्गदर्शक उपकरण के रूप में कार्य करता है। पाठशाला में सभी
शिक्षण-अधिगम गतिविधियों का आयोजन इस ढांचागत नियोजन के अनुरूप होता है। यह
शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया की गति, स्वरूप और शैली परिवर्तन में सहयोग प्रदान करता है।
यह उपकरण पाठशाला को उसके निर्धारित उद्देश्यों को समय पर पूरा करने में सहायता
करता है।
पाठ्यचर्या विभाजन में एक
अकादमिक वर्ष के निर्माणात्मक आकलन (Formative
Assessment) तथा योगात्मक आकलन (Summative Assessment) को ध्यान में रखते हुए
विषयवस्तु का विभाजन किया जाता है। यह विभाजन शिक्षक, पाठशाला की क्षमताओं, सीमाओं
और उद्देश्यों को ध्यान में रख कर करता है। इस नियोजन की आवश्यकता प्रत्येक
अध्यापक को रहती है। यह उसे अपने शिक्षण मार्ग पर समयानुसार प्रगति करने में मदद
करता है।
पाठ्यचर्या विभाजन
प्रक्रिया (Process of Division of
Syllabus)
प्रत्येक
पाठशाला हेतु पाठ्यचर्या विभाजन की प्रक्रिया गतिशील परन्तु मूलभूत रूप में समान
है। इस प्रक्रिया में सम्पूर्ण पाठशाल की सहभागिता इसके सफल कार्यन्वयन को सम्भव
बनाती है। प्रस्तुत पाठ्यचर्या विभाजन पाठ्यक्रम में अध्याय विभाजन पर आधारित है। इसमें
निर्माणात्मक एवम् योगात्मक आकलन के निर्धारित समय को ध्यान में रखा गया है। केवल
संज्ञानात्मक क्षेत्र की गतिविधियों का ही समावेश किया गया है। अर्थात यह पाठशाला का वार्षिक
कलेंडर न हो कर उसका एक भाग है। यह विभाजन शिक्षक को निर्धारित समय में वांछित
विषयवस्तु के निष्पादन हेतु सचेत रखता है।
कार्यदिवसों
की गणना
|
|||||
मूल्यांकन/ समय
|
माह
|
कुल उपलब्ध दिन
|
अवकाश + आकलन दिवस+ खेल
|
शैक्षिक-कार्य दिवस
|
|
FA-1
अंतिम सप्ताह, मार्च
|
फरवरी
|
17
|
3
|
14
|
|
मार्च
|
31
|
11
|
20
|
||
कुल
|
48
|
14
|
34
|
||
FA-2
द्वितीय
सप्ताह, मई
|
अप्रैल
|
30
|
8
|
22
|
|
मई
|
12
|
6
|
6
|
||
कुल
|
42
|
14
|
28
|
||
SA-1
अंतिम सप्ताह,
जून
|
मई
|
19
|
3
|
16
|
|
जून
|
30
|
11
|
19
|
||
कुल
|
49
|
14
|
35
|
||
FA-3
तृतीय सप्ताह, अगस्त
|
जुलाई
|
31
|
11
|
20
|
|
अगस्त
|
18
|
8
|
10
|
||
कुल
|
49
|
19
|
30
|
||
FA-4
तृतीय सप्ताह, अक्तूबर
|
अगस्त
|
13
|
3
|
10
|
|
सितम्बर
|
30
|
16
|
14
|
||
अक्तूबर
|
20
|
9
|
11
|
||
कुल
|
63
|
28
|
35
|
||
SA-2
द्वितीय सप्ताह, दिसम्बर
|
अक्तूबर
|
11
|
3
|
8
|
|
नम्वबर
|
30
|
13
|
17
|
||
दिसम्बर
|
15
|
7
|
8
|
||
कुल
|
56
|
23
|
33
|
||
योग
|
307
|
112
|
195
|
कार्य दिवसों की गणना (Working Days Calculation)
शैक्षिक वर्ष 2018 में अध्यापन के लिए उपलब्ध
अनुमानित शैक्षिक कार्यदिवसों की गणना सारणी-1
के अनुसार की गई है। निर्माणात्मक एवम् योगात्मक आकलनों के अनुसार शैक्षिक वर्ष 6
भागों में बांटा गया है। प्रत्येक भाग में शामिल महीनों के दिनों में से साप्ताहिक और राजपत्रित अवकाश,
आकलन दिवसों (FA, SA Test Days) तथा खेलकूद- प्रतियोगिता दिवसों(6 दिन) को घटा
कर शैक्षिक-कार्यदिवसों की गणना की गई है।
इस प्रकार वर्ष के कुल
दिनों में से शिक्षण के लिए उपलब्ध दिनों की संख्या 195 है।
वर्ष के 6 भागों में कुल
शैक्षिक कार्यदिवसों की उपलब्धता के अनुसार विषयवस्तु का विभाजन करना सरल हो जाता
है। इस तरह शिक्षक प्रत्येक आकलन
के लिए उद्देश्यों का निर्धारण कर सकता है।
प्रस्तुत पाठ्यचर्या
विभाजन अनुमानित है। इसमें पाठशाला अपनी
आवश्यकताओं के अनुरूप परिवर्तन कर सकती है। विषयवार जो अध्याय पूर्ण हो जाए उस पर
निशान बनाया जा सकता है। ताकि शिक्षक कक्षा की प्रगति के लिए सजग रहे और अपनी
कार्ययोजनाओं में आवश्यकतानुसार परिवर्तन कर सके।
औसतन वर्ष के 6 भागों में
प्रत्येक भाग के लिए 32.5 दिन उपलब्ध हैं। अर्थात शिक्षक को इन दिनों को ध्यान में
रख कर नियोजन करना लाभदायक होगा। क्योंकि बहु-श्रेणी शिक्षण व्यवस्था में बिना
नियोजन शिक्षण कार्य को पूर्ण करना कठिन होता है।
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